
Gam Bhari Shayari | 3500+ गम भरी शायरी हिंदी में
आज हम आपके लिए लेके आये है गम भरी शायरी Gam Bhari Shayari का संग्रह जिसके मदद से आप अपने दिल का दर्द दूसरों तक पंहुचा सकते हैं. अपनी उदास दिल की भावनाओं को व्यक्त करें हमारे गम भरी शायरी संग्रह के साथ. गम भरी शायरी के माध्यम से आप अपने दिल के दर्द को दूसरों के सामने प्रकट कर पाएंगे अपने रूठे प्रेमी को मनाएंगे.
Gam Bhari Shayari
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाये हमने,
अफसोश उन्हें हम पर ऐतबार नहीं,
मत पूछों क्या गुजरती है दिल पर,
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं है.

जो नजर से गुजर जाया करते हैं;
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं.
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;
जिसका रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.

हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे;
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे.
Gam Bhari Shayari
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है.

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे;
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे;
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए;
जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे.
दिल मेरा जो अगर रोया न होता;
हमने भी आँखों को भिगोया न होता;
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को;
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता.

लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है;
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है;
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर;
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है.
Shayari Gam Bhari
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं;
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं;
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं.

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे;
दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे;
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे;
सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे.
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.

न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे,
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता.
Gam Bhari Shayari
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये,
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये,
कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें,
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये.

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़,
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़,
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास.

ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है.
Gam Bhari Shayari
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.

Gam Shayari in Hindi
दर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते,
आँखों से समझ सको तो समझ लो,
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते.
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे.

दिल के दर्द छुपाना बड़ा मुश्किल है,
टूट कर फिर मुस्कुराना बड़ा मुश्किल है,
किसी अपने के साथ दूर तक जाओ फिर देखो,
अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है.
वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते,
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते,
मर गए पर खुली रखी आँखें,
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते.

ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे,
आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे,
ये मत पूछना किसने दर्द दिया,
वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे.
Gam Bhari Shayari
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है,
हर एक आँसूं समंदर नज़र आता है,
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना,
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता है.

कांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई.
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए,
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए,
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी,
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए.

न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये.
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Gam Shayari
एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए,
कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए,
उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था,
वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए.

जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था,
हमसा कोई किसी जुर्म में आया भी न था,
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी,
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था.
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता.

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
Gam Bhari Shayari
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया, किस-किस को भुला देते,
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा,
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते.
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं,
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी,
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं.
वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे,
और हमें बेवफ़ा का नाम मिला,
क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे.
जो मेरा था वो मेरा हो नहीं पाया,
आँखों में आंसू भरे थे पर मैं रो नहीं पाया,
एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि,
हम मिलेंगे ख़्वाबों में पर मेरी बदकिस्मती तो देखिये,
उस रात तो मैं ख़ुशी के मारे सो भी नहीं पाया.
Gam Bhari Shayari Hindi
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी.
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सका,
मेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सका,
ग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गया,
ग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया.
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर,
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर,
रोये इस कदर तेरी याद में,
कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर.
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है,
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है.
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है.
Gam Bhari Shayari
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है,
मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है,
हम तन्हाई में बैठे रोते हैं,
लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है.
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते.
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है,
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है,
सब कुछ है यहाँ बस तू नही,
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है.
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
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Shayari Gam Ki
दर्द दे गए सितम भी दे गए,
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए,
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का,
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए.
अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे,
तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे,
ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको,
सोचता हूँ कहूँ तुझसे, मगर जाने दे.
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आंखों की इस नमी का,
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि,
उन्हे अब एहसास ही नहीं हमारी कमी का.
जिंदगी भर दर्द से जीते रहे,
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे,
कई बार सोचा कह दू हाल-ए-दिल उससे,
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे.
Gam Bhari Shayari
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना,
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना,
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं,
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना.
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.
तुझसे बिछड़ने के बाद कभी खुश ना हो पाया मै,
तेरी यादों को दिल से ना मिटा पाया मै,
करना तो चाहता था बहुत कुछ अपने लिए,
फ़ुरसत ना निकाल पाया अपने लिए मै.
हम से हमको ही चुरा के ले गए,
दिल से हमारे सारे अरमान ले गए,
ना करना कभी किसी से प्यार,
जो कहते थे अपना वो हमारी ही जान ले गए.
Gam Bhari Shayari Hindi Mein
बारिश का मौसम तेरी याद दिलाता है,
फिर दिल पर दुख का समा छा जाता है,
याद कर के ही तुझे ये दिन गुजरता है,
तेरे ही ख्याल में ये दिल सारी रात जागता है.
मिटा कर दूरियों को दिल मे प्यार रखना,
प्यार का ये रिश्ता यूँ ही बरकरार रखना,
अगर किस्मत से हम आपसे बिछड़ भी जाएं,
तो हमारा इंतज़ार आंखों में सजाएं रखना.
Gam Bhari Shayari
तेरी वफा के गम ने मुझे कभी हसने नहीं दिया,
इस दुनिया ने कभी मुझे रोने नहीं दिया,
टूट कर जब मैंने रात पनाह मांगी,
वहां भी तेरी याद ने मुझे रोने नहीं दिया.
दर्द दो तरह के होते हैं;
एक दर्द आपको दर्द देता हैं;
और दूसरा दर्द,
आपको बदल देता हैं.
जो मेरा था, वो मेरा हो ना पाया;
आँखों मे आंसू थे, पर रो ना पाया;
एक रोज़ उसने कहा, हम मिलेंगे ख्वाबो मे;
और मेरी किस्मत तो देखो, उसी रात मे सो ना पाया.
Gam Bhari Shayari
कभी याद है तेरी,कभी बात है तेरी,
मेरी हर बात में तू ही झलकती है,
तू मेरे ख्यालों में बसती है,जज्बातों में आती है,
तू दूर है मुझसे बस इसीलिए ये आंखे नम होती है.
निकले जब आँसू उसकी आँखों से;
तो दिल करता है, दुनिया जला दूँ;
फिर सोचता हूँ, होंगे दुनिया मे उसके कुछ अपने;
कहीं अंजाने में उसे दोबारा ना रुला दूँ.
दुखो का आसमान मुझ पर टूट पड़ा,
जब तूने मुझे अकेला छोड़ दिया,
दिल तेरे ही प्यार में फिर भी कूद पड़ा,
लेकिन तूने हर बार मुझे इंकार कर दिया.
मोहब्बत बहुत की हमने तुम से,
लेकिन तुमने धोखे के सिवा कुछ ना दिया,
हमेशा मुझको पराया ही समझा तुमने,
मेरी खुद की ज़िन्दगी से मुझको तनहा कर दिया.
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Hindi Gam ki Shayari
तू सुबह की किरण बन कर मुझे सताती है,
मुझे अपने गहरे दुख का एहसास दिलाती है,
कितनी भी कोशिश की तुझे भुलाने की,
तेरी याद फिर भी मुझे बहुत रुलाती है.
मोहब्बत का इशारा याद रहता है;
हर प्यार को अपना प्यार याद रहता है;
दो पल जो गुज़रे प्यार की बाहों मे;
मौत तक वो नज़ारा याद रहता हैं.
वादा हमने किया है, निभाने के लिए;
एक दिल दिया है, एक दिल को पाने के लिए;
पहले तो उन्होंने दिल चुरा लिया;
फिर कहा, मोहब्बत की थी सिर्फ तुम्हे तड़फ़ाने के लिए.
फलक में अपनी जनन्तो के सितारे नहीं;
हम उनके है, पर वो हमारे नहीं;
छोटी सी नाव लेकर, उस समुंदर में उतर गए;
जिसमे दूर-दूर तक किनारे नहीं.
क्यों मेरा नसीब मुझसे खफा हो जाता है,
जिसको भी अपना मानो बेवफा हो जाता है,
मेरी नज़रों को रात से शिकायत ना हो,
सपना नहीं होता पूरा और सवेरा हो जाता है.
Gam Bhari Shayari
टूटे हुए ग्लास में कभी जाम नहीं आता;
ऐ-दिल तोड़ने वाले सोच ज़रा;
टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता.
चाह थी हर खुशी नसीब हो;
हर मंज़िल दिल के करीब हो;
वाहा ख़ुदा भी क्या करे;
जहाँ इंसान ही बदनसीब हो.
वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी,
मेरी धड़कनों का फरेब था;
मुझे मुस्कुराना सिखा के,
वो मेरी रूह तक रुला गए.
जा और कोई दुनिया तलाश कर,
ऐ इश्क़ में तो अब तेरे क़ाबिल नहीं रहे.
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले.
हर पल यही सोचता रहा,
के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में;
उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,
के आज तक नहीं संभल पाए.
गम भरी शायरी
हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले;
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले.
कितना दर्द भरा था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बरबाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लौटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं.
न तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
न तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
न कुछ कहा जाये न तुम बिन रहा जाये.
कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,
आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,
आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,
जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे.
Gam Bhari Shayari
तुझे चाहा भी था तुझे पाना भी था,
तेरे साथ खुशी का गीत गाना भी था,
लेकिन तुमने मुझे कुछ इस तरह धोखा दिया,
फिर टूटे हुए दिल को समझाना भी था.
प्यार था तुमसे चाहत भी थी,
तुमसे की हुई शरारत भी थी,
लेकिन शायद तुम ही मुझे समझ नहीं पाए,
मोहब्बत थी लेकिन जाहिर ना किया शराफत थी मेरी.
एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया.
यह दुख की बात है,
जब जिन लोगों ने आपको
सबसे अच्छी यादें दी हैं,
वे खुद एक याद बन जाते हैं.
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